सरसों खरीद: राजस्थान में 1 अप्रैल से शुरू हो सकती है समर्थन मूल्य पर खरीद
हनुमानगढ़: राजस्थान में सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीद 1 अप्रैल से शुरू होने की संभावना है, लेकिन किसानों की चिंताएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सरकार ने इस बार भी प्रति किसान खरीद की सीमा 40 क्विंटल ही रखी है, जिससे किसानों को अपनी 75 प्रतिशत उपज बाजार भाव पर ही बेचनी पड़ेगी। इसके अलावा, अभी तक रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की तारीख भी तय नहीं हुई है, जिससे किसानों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
मुख्य बिंदु:
- समर्थन मूल्य: केंद्र सरकार ने सरसों का समर्थन मूल्य 5950 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, जो पिछले साल से 300 रुपए अधिक है।
- बाजार भाव: वर्तमान में बाजार भाव लगभग 5500 रुपए प्रति क्विंटल चल रहे हैं, लेकिन आवक बढ़ने पर और गिरावट की आशंका है।
- खरीद सीमा: किसानों की मांग के बावजूद, सरकार ने प्रति किसान खरीद की सीमा 40 क्विंटल ही रखी है, जिससे उन्हें अपनी अधिकांश उपज कम भाव पर बेचनी पड़ेगी।
- रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया: अभी तक रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की तारीख तय नहीं हुई है, जिससे किसानों में चिंता बढ़ रही है।
किसानों की मांगें:
- किसानों और किसान संगठनों ने खरीद की सीमा 40 क्विंटल से बढ़ाकर 50 क्विंटल करने की मांग की है।
- उन्होंने यह भी मांग की है कि सरकार किसानों की पूरी उपज समर्थन मूल्य पर खरीदे।
फसल और उत्पादन:
- जिले में इस बार 1 लाख 70 हजार हेक्टेयर में सरसों की बिजाई हुई है।
- सिंचित क्षेत्र में 3 से 4 क्विंटल प्रति बीघा उत्पादन की संभावना है।
- 20 मार्च के बाद मंडियों में सरसों की आवक शुरू हो जाएगी।
किसानों की चिंताएं:
- अगर सरकारी खरीद समय पर शुरू नहीं हुई, तो किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान होगा।
- पिछले साल भी किसानों को कम भाव पर अपनी उपज बेचनी पड़ी थी।
अधिकारी का बयान:
- अमीलाल सहारण, उप रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां हनुमानगढ़ के अनुसार, रजिस्ट्रेशन 20 मार्च से खुलने की संभावना है।
किसानों को उम्मीद है कि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान देगी और खरीद प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाएगी।
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