सामाजिक सुरक्षा पेंशन सत्यापन: 17 लाख 91 हजार लाभार्थियों का पेंडिग 15 फरवरी तक का समय
सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारियों के लिए पेंशन सत्यापन की तिथि तीन बार बढ़ाई जा चुकी है, लेकिन इसके बावजूद प्रदेश में लगभग 17 लाख से अधिक लोगों ने अभी तक पेंशन का सत्यापन नहीं करवाया है। विभाग ने इस सत्यापन के लिए अंतिम तिथि 15 फरवरी निर्धारित की है, और यदि इस तिथि के बाद सत्यापन की तिथि और आगे नहीं बढ़ाई जाती है, तो इन सभी पेंशनधारियों की पेंशन बंद होने का खतरा पैदा हो जाएगा। राजस्थान सरकार ने हाल ही में पेंशनधारियों के लिए एक फेस रिकग्निशन ऐप लॉन्च किया है, जिससे वे घर बैठे ही अपना सत्यापन करवा सकते हैं।
राजस्थान में सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लिए 91 लाख से अधिक पेंशनर हैं। इनमें से 73 लाख लोगों ने 2 फरवरी तक सत्यापन कराया, लेकिन 17 लाख से अधिक लोग अभी भी वंचित हैं। जयपुर जिले में सबसे अधिक 1 लाख 58 हजार लोगों का सत्यापन बाकी है।
राजस्थान में सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थियों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक 73,34,555 लाभार्थियों ने अपना सत्यापन कराया है, लेकिन अभी भी 17 लाख से अधिक लोगों को सत्यापन करवाना बाकी है।
इन लाभार्थियों को 15 फरवरी तक ई-मित्र या मोबाइल ऐप के माध्यम से ऑनलाइन सत्यापन करना होगा, नहीं तो उनकी पेंशन रोकी जा सकती है। राजस्थान में कुल 72.31 प्रतिशत लोगों ने पेंशन सत्यापन करवा लिया है।
आपको बता दें कि वृद्ध जन सम्मान पेंशन योजना के तहत 58 से 75 वर्ष तक के बुजुर्गों को 1150 रुपये, 75 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को 1650 रुपये और दिव्यांगों को 1150 रुपये की प्रतिमाह पेंशन दी जाती है। यह पेंशन चालू रखने के लिए लाभार्थी को हर साल वार्षिक सत्यापन करवाना अनिवार्य है।
जोधपुर के सामाजिक सुरक्षा अधिकारी मगराज कटारिया ने बताया कि जागरूकता के अभाव में लोग पेंशन सत्यापन नहीं करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई लोग एक साथ पेंशन प्राप्त करने की उम्मीद में सत्यापन नहीं करवा रहे हैं, लेकिन उन्हें ऐसा कोई लाभ नहीं मिलेगा।
उन्होंने आगे बताया कि यदि पेंशन बंद हो जाती है, तो दोबारा आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन करना होगा। विभाग जागरूकता के लिए बार-बार प्रचार-प्रसार कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी लोग रुचि नहीं ले रहे हैं।
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