आइए जानें कैसे विरासतन भूमि इंतकाल दर्ज करवायें

आइए जानें कैसे विरासतन भूमि इंतकाल दर्ज करवायें

आइए जानें कैसे विरासत भूमि इंतकाल दर्ज करवायें


नमस्कार साथियों emitra help blog के इस नए लेख में आपका स्वागत है। आज की इस ब्लॉग पोस्ट में हम जानेंगे कि किस प्रकार हम अपने पूर्वजों की जमीन का विरासतन इन्तकाल / नामांतरण करवा सकते हैं।


आपसे अनुरोध है कि इस ब्लॉग पोस्ट को पूरा पढ़ें और इस में बताई गई जानकारी को follow करके आप आसानी से विरासतन भूमि का नामांतरण करवा सकते हैं। इस पोस्ट में हम विरास्तन भूमि नामांतरण दर्ज करवाने के आवेदन पत्र के साथ-साथ इसकी पूरी प्रक्रिया साझा करेंगे। अतः इस लेख को पूरा पढ़ें।


विरासतन भूमि इंतकाल आवेदन पत्र कहां प्रस्तुत करें

साथियों, विरासतन इंतकाल एक आम जन समस्या है। अपने पूर्वजों की जमीन को निम्नलिखित प्रकार से नामांतरण करवा सकते हैं।

  • आप राजस्व तहसील या उपनिवेशन तहसील में विरासतन इंतकाल दर्ज करवाने के लिए आवेदन पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं। 
  • जनसंपर्क के शिविर /न्याय आपके द्वार शिविर में भी विरासतन इंतकाल के लिए आवेदन पत्र प्रस्तुत कर सकते
  • वर्तमान में प्रार्थी ऑनलाइन e-mitra के माध्यम से भी विरासतन इंतकाल के लिए आवेदन पत्र प्रस्तुत कर सकता है।

अपना खाता नामांतरण : E-mitra के माध्यम से विरासतन इंतकाल के लिए आवेदन

विरासतन इंतकाल दर्ज करवाने के लिए आवश्यक कागजात


  • भूमि गिरदावरी/पासबुक
  • मृत्यु प्रणाम पत्र (जिनके नाम जमीन है)
  • जायज वारिसान प्रमाण पत्र 
  • आवेदन पत्र


विरासतन इन्तकाल/नामांतरण के आवेदन पत्र का प्रारूप 

 

सेवा में,

श्रीमान्  - - - - - -महोदय,

तहसील - - - - - - 

जिला  - - - - - - 


विषय :- विरास्तन इन्तकाल दर्ज कराने बाबत् ।


महोदय जी,


                उपरोक्त विषय में निवेदन है कि प्रार्थी के पिता/माता ------- पुत्र / पत्नी  ------ निवासी ---- के नाम चक न./ ग्राम ---- में तादादी ---- में मु.न./ खसरा न - --- -/- बीघा/हैक्टयर भूमि स्थित है और मेरे पिता/मातआ का स्वर्गवास दिनांक ----- को हो चुका हैं। मृत्यु प्रमाण पत्र संलग्न है और उनके जायज वारिसान प्रमाण पत्र भी सलग्न है। जिसके आधार पर विरास्तन इन्तकाल दर्ज करवाना चाहते हैं।

अतः प्रार्थना पत्र पेश कर निवेदन है कि उक्त भूमि का विरास्तन इन्तकाल दर्ज करवाने के आदेश प्रदान करें। आपकी अति कृपा होगी। 


दिनांक : 


प्रार्थी / प्रार्थीगण

नाम : - - - - - -      -

निवासी - - - - - - - -

हाल निवासी - - - - - -


आप विरास्तन इन्तकाल/नामांतरण प्रार्थना पत्र नीचे दिए गए लिंक से डाउनलोड कर सकते हैं।



Step 1 :

विरासतन इंतकाल दर्ज करवाने के लिए आपको सर्वप्रथम एक आवेदन पत्र लिखना होगा।

विरासतन इंतकाल दर्ज करवाने हेतु आवेदन पत्र


Step 2 : 

आवेदन पत्र शिविर में शिविर प्रभारी को देना होगा। अगर आप तहसील में आवेदन पत्र प्रस्तुत कर रहे हैं तो तहसीलदार को प्रार्थना पत्र देना होगा।

विरासतन इंतकाल दर्ज करवाने हेतु आवेदन पत्र किसे प्रस्तुत करें


Step 3 :

 आवेदन पत्र की हस्ताक्षरित प्रतिलिपि शिविर प्रभारी या तहसीलदार से जरूर प्राप्त करें।

Document Copy


Step 4 :

 भूमि इंतकाल दर्ज करवाने के लिए निर्धारित शुल्क ऑनलाइन या नगद माध्यम से जमा करवाएं।

विरासतन इंतकाल आवेदन शुल्क


Step 5 : 

अगर आपने आवेदन शिविर में प्रस्तुत करते हैं तो आप को कहीं जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी। निर्धारित समयावधि में दिए गए विरासतन वारिसनामा के आधार पर भूमि इंतकाल पटवारी द्वारा दर्ज कर दिया जाएगा।

तहसील में आवेदन करने के पश्चात तहसीलदार द्वारा जारी नामांतरण आर्डर को अपने हलके के पटवारी को जमा करवाना होगा। पटवारी निश्चित समयावधि के अंदर दिए गए वारिसनामा आधार पर भूमि इंतकाल दर्ज कर देगा।

Tahsildar order


Step 6 :

इंतकाल दर्ज करने के बाद आप पटवारी से भूमि प्रणाम-पत्र, पासबुक, गिरदावरी आदि नवीनतम नामांतरण के नाम की प्राप्त कर सकते हैं।

पटवारी से नामांतरण प्रति प्राप्त करें


किसी भी प्रकार के सुझाव, शिकायत या प्रश्न पूछने के लिए आप कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट करके पूछ सकते हैं। आप सभी से निवेदन है कि इस उपयोगी जानकारी को अपने साथियों के साथ अवश्य साझा करें। ताकि वे भी उपरोक्त चरणों को फॉलो करके आसानी से विरासतन भूमि इंतकाल दर्ज करवा सके।

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